NARENDRA MODI OPENS BAPS HINDI TEMPLE IN ABU DHABI . अबू धाबी का मंदिर अब आम लोगो के लिए खोला गया है, क्या है ड्रेस कोड और किन चीजों के साथ प्रवेश नहीं कर सकते है , बीएपीएस संस्था द्वारा इस मंदिर को बनाया है , इसके द्वारा पुरे विश्व में सेकड़ो मंदिर का निर्माण कर चूका है । मंदिर के अंदर एक कृत्रिम गंगा नदी बनाया गया है । भारत के प्रधानमंत्री मोदी मंदिर का उद्घाटन करने के लिए यूएई पहुंचे थे ।
भारत के प्रधानमंत्री बीते महीने एक बड़े कार्यक्रम में यूएई में स्थित हिंदी मंदिर का उद्घाटन करने पहुंचे थे । मंदिर का उद्घाटन 14 फरवरी को किया गया था , उद्घाटन होने के बाद 15 से 29 फरवरी तक उन्हें ही दर्शन की इजाजत दी गयी थी , जो पहले ही दर्शन के लिए रेजिस्टशन कराया था . मंदिर का दवार अब 1 मार्च से यानि शुक्रवार से सभी भक्तो के लिए खोल दिया गया है । सोमबार को छोड़ कर 1 मार्च से हर दिन सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक भक्तो के लिए खुली रहेगी . 1 मार्च से प्रवेश के लिए अब रेजिस्टेशन की कोई जरुरत नहीं है अब बिना रेजिस्टेशन के ही प्रवेश कर सकते है । मंदिर में प्रवेश के लिए सिर्फ कुछ नियमों का पालन करना होगा , जो मंदिर आने वालो के लिए रखा गया है है । मंदिर में सभी धर्मो और संप्रदाय के लोगो के लिए दरवाजे खोल दिए है । मंदिर में सहायत के लिए बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के स्वयंसेवक और कर्मचारी आंगतुकों में मौजूद रहेगा . शालीन पोशाक आवश्यक है मंदिर में प्रवेश के लिए . आंगतुकों को ऐसे कपडे पहने के लिए मंदिर की और से सलाह दी गयी है । जो उनके घुटनो और कंधो को ढकते है । कपडे में किसी भी प्रकार की कोई भी नारे या किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक फोटो या डिजाइन नहीं होनी चाहिए और परिसर की पवित्रता को बनाये रखने के लिए पारभासी , टाइट फिटिंग या पारदर्शी कपडे पहन के आना सकता माना है । वही अगर भक्त इन दिशनिर्देशो का पालन नहीं करते है तो कर्मचारी द्वारा अनुचित पोशाक वालो को प्रवेश के लिए रोका जा सकता है ।
मंदिर में पालतू जानवर को लेन की इजाजत नहीं है
मंदिर में प्रवेश करने के लिए अपने पालतू जानवर को घर में ही रख के आना होगा अगर आप अपने साथ पालतू जानवर को लेट है तो मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी . मंदिर परिसर में जानवरो की अनुमति नहीं है । मंदिर परिसर में पेय प्रदार्थ और बाहरी भोजन को लाना भी निषेद है । सात्विक भोजन मंदिर परिसर में उपलबध कराया जायेगा . मंदिर में आप ड्रोन का इस्तमाल नहीं कर ककते है इसके लिए भी सख्ती से प्रतिबंधित है इसके लिए आपको स्थानीय अधिकारियो से इजाजत लेनी होगी . वही अगर रिकॉडिंग और फोटोग्राफी अगर पत्रकारिता उद्देश्यों के लिए की जा रही हो तो इसके लिए सम्बंधित बिभाग से परमिशन लेना होगा , परमिशन मिलने पर ही आप फोटोग्राफी और रिकॉडिंग कर सकते है । मंदिर में प्रवेश के लिए बच्चे अकेले नहीं जा सकते है उसके साथ एक वयसक व्यक्ति होना आवश्यक है , लाइटर , चाकू , माचिस नुकीली वस्तु और हथियार भी मंदिर परिसर में निषेद है । पार्किंग क्षेत्र सहित पुरे मंदिर परिसर में तम्बाकू , शराब , और धूर्मपन उपयोग करना सख्त माना है । आप अपने मोबाइल का इस्तेमाल मंदिर के बाहरी हिस्से में कर सकते है मंदिर परिसर में ये शख्त माना है । मंदिर में आने वाले आंगतुकों को मंदिर के पेंटिंग , नक्काशी , अलंकरण , पत्थर या सुरक्षात्मक आवरण को छूने की अनुमति नहीं है । मंदिर के दीवारों में किसी भी प्रकार का चित्र बनाना और लिखना सख्त वर्जित है । ये सभी नियमो को पालन करना अति आवश्यक है ताकि मंदिर परिसर साफ रहे और मंदिर का किसी भी प्रकार का कोई नुकसान न हो ।