धनबाद :
आईएसएम धनबाद में कल उपराष्टपति जगदीश धनखड़ का आगमन हुआ |आईएसएम के 43 वे दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को डिग्री का बितरण किया गया | उपराष्टपति ने बच्चो को कहा अपनी क्षमता का इस्तेमाल देश के विकाश और अपनी परिवार के लिए करे | 43 वे दीक्षांत समारोह में 1919 छात्रों को डिग्री बाटी गयी |
उपराष्टपति दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि थे , वही सीपी राधा कृष्णा झारखण्ड के राजयपाल विशिष्ट अतिथि थे ।43 वे समारोह के मोके पर झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री बनना गुप्ता भी मजूद थे । 1919 छात्रों को 2023 के बिभिन कोर्स के पढाई पूरी करने वालो को डिग्री प्रदान की गयी ।
उपराष्टपति ने छात्रों से कहा :
छात्र देश के भाभिष य है , ये देश के विकाश में महत्तवपूर्ण भूमिका होती है । सभी छात्रों से कहा वे अपनी क्षमता अपनी विकाश के साथ अपनी परिवार और देश के विकाश के लिए योगदान दे । किसी राष्टय के विकाश के लिए उच्चतर शिक्षण संसथान देश के विकाश के इंजन की तरह होतो है । आईआईटी आईएसएम का इतिहास इस मामले में काफी अच्छा है । दो वर्ष बाद आईएसएम अपना दशक वर्ष मनाएगा । 1926 से आईएसएम संस्था को देश का एक प्रतिष्ठित संसथान होने का गौरव प्राप्त है । संसथान में कोई रिसर्च एंड डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण योगदान है । आईएसएम के छात्र आज देश और दुनिया के कोई प्रमुख संस्थानों में अपना दे रहे है ।
देश तेजी से जा रहा विकाश की और :
उपराष्टपति का कहना है की आज हमारा देश तेजी से विकास की और जा रहा है । आज हमारा देश गावो से लेकर शहर तक विकाश को देखगे जा सकता है वही हमारा देश डिजिटल पेमेंट के क्षेत्रों में पुरु दुनिया से काफी बागे निकल गयी है । सिंगापूर ने देश के डिजिटल पेमेंट की तकनीक को अपना लिया है । भारत 2030 तक चीन और अमेरिका के बाद दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्य्वश्था होगा . अगर भारत के विकाश को देखना है तो देश के नये संसद भवन को आकर देखे . यह आधुनिक तकनीक से बना एक उद्धरण है ।
भारत में भविष्य तकनीक :
2025 तक भारत भविष्य तकनीक से काफी तेजी से काम कर रहा है । भारत आज तकनीक विकाश के क्षेत्र में काफी तेजी से विकाश कर रहा है । 2030 तक भारत का व्यवसायिक प्रयोग शुरी हो जायेगा । हमारा देश वर्तमान में विकसित देशो के क़तर में खड़ा हे ।