एक बार की बात है। एक गड़ेरिया के पास एक पालतू कुत्ता था , जो अपने मालिक के प्रति काफी वफादार था। कुत्ता अपने मालिक तथा उनके भेड़ो की अच्छी से निगरानी करता। एक दिन एक भूखा भेड़िया उधर से गुजर रहा था। उसे वो गड़ेरिया दिखाई देता है जो काफी दुबला – पतला और कमजोर था। अब जैसे ही वो उस पर हमला करने वाला होता है , तभी उसे वो कुत्ता दिखता है जो काफी मोटा – तगड़ा था। इस कारण वो कुत्ते पर हमला करता है। तभी कुत्ता , भेड़िए से कहता है ” तुम भोजन के लिए इधर – उधर क्यों भटक रहे हो , मेरे मालिक की सेवा करो। वो तुम्हे भी खाना देंगे , जिससे तुम भी मेरी तरह मोटे हो जाओगे।
यह सुनकर भेड़िया काफी खुस हुवा और वो कुत्ते के मालिक की सेवा करने के लिए तैयार हो गया। पर भेड़िया ने देखा की कुत्ते के गले पर कुछ निशान है। उसने कुत्ते से इसके बारे में पूछा , तो कुत्ते ने जवाब दिया की कभी – कभी मेरे मालिक मुझे लोहे के जंजीर से बांध के रखते है। यह सुनकर भेड़िया कुत्ते से कहता है की तुम्हारे मालिक की सेवा करने से अच्छा तो मै भूखे मरना पसंद करूँगा। क्यूंकि मुझे मेरे आजादी सबसे ज्यादा प्यारी है।